शीतला सप्तमी आज, आज इस एक मंत्र के जाप से सभी कार्य होंगे सिद्ध


शीतला सप्तमी आज, आज इस एक मंत्र के जाप से सभी कार्य होंगे सिद्ध

आज चैत्र कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि और गुरुवार का दिन है। आज श्री शीतला सप्तमी व्रत किया जाता है।

 इस दिन माता शीतला की पूजा करने और बांसी भोजन खाने की परंपरा है। शीतला अष्टमी के दिन देवी मां

 को भी बांसी भोजन का ही भोग लगाने की परंपरा है। इसीलिए इसे स्थानीय भाषा में बासौड़ा, बूढ़ा बसौड़ा या बसियौरा नामों से भी जाना जाता है। ये त्योहार विशेष तौर पर मालवा, निमाड़, राजस्थान और हरियाणा के कुछ 

क्षेत्रों में मनाया जाता है।

अतः शीतला सप्तमी के के दिन इस खास अवसर पर कौन-से खास उपाय करके आप शुभ फलों की प्राप्ति कर सकते हैं और अपने कार्यों में सफलता पा सकते हैं।
अगर आप फीवर, किसी प्रकार की डस्ट प्रॉब्लम या आंख से संबंधी किसी बीमारी को लेकर परेशान हैं, 

तो कल के दिन आपको शीतलाष्टक स्तोत्र में दिये माता शीतला के इस मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए।



मंत्र है- शीतले ज्वर दग्धस्य पूति गन्ध युतस्य च। प्रणष्ट चक्षुष: पुंस स्त्वाम आहुर्जीवन औषधम्।।

इस मंत्र का जप करने से आपको बुखार, डस्ट प्रॉब्लम या आंख संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। 

बता दें कि ये उपाय सभी लोग कर सकते हैं, लेकिन कल की ग्रह और नक्षत्र स्थिति के अनुसार मेष राशि वालों के लिये ये उपाय विशेष फलदायी है। यानी आज के दिन गुड़ से बने मीठे चावल बनायें और कल के दिन माता शीतला को उन मीठे चावलों का भोग लगाएं।


भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में थोड़े-थोड़े चावल परिवार के सब सदस्यों को खिलाएं और खुद भी खाएं। 

ऐसा करने से आपके रिश्तों में मिठास बनी रहेगी। बता दूं कि ये उपाय सभी राशि वाले लोग कर सकते हैं, लेकिन कल की ग्रह और नक्षत्र स्थिति के अनुसार वृष राशि वालों के लिये ये विशेष लाभकारी है।

No comments:

Post a Comment