Gotra wise Kuldevi List of Sikhwal Community सिखवाल समाज की कुलदेवियाँ
महर्षि श्रृंगी का विवाह अंगदेश के राजा रोमपाद की दत्तक पुत्री शान्ता (जो कि राजा दशरथ की पुत्री तथा श्रीराम की बहन थी) के साथ संपन्न हुआ था। इनके एक पुत्र हुआ जिसका नाम शांत सारंग रखा गया। जिसे महर्षि श्रृंग ने वेदों का अध्ययन कराया जिससे वह वेदवेदान्त सारंग्य ऋषि के नाम से प्रसिद्ध हुए और उन्ही से (श्रृंग वंश) अर्थात सिखवाल जाति का आर्विभाव हुआ । सारंग्य ऋषि के सात पुत्र हुए । इनके नाम 1- ज्ञानेश्वर 2- धाराशीश 3- भीमेश्वर 4- गोविंद देव 5- दुग्धेश्वर 6 – अनिलेश्वर और 7- जयश्वेर हुए । इन सात ऋषि के चौबीस पुत्र हुए और इन चौबीस ऋषिओं से श्रृंग समाज अर्थात सिखवाल ब्राह्मण समाज के 57 गोत्र आदि बने।
Kuldevi List of Sikhwal Samaj सिखवाल समाज के गोत्र एवं कुलदेवियां
Gotra wise Kuldevi List of Sikhwal Samaj : सिखवाल समाज की गोत्र के अनुसार कुलदेवियों का विवरण इस प्रकार है –
सं. | कुलदेवी | उपासक अवंटक (सामाजिक गोत्र) (Gotra of Sikhwal Samaj) |
---|---|---|
1. | आशापुरी | कू्रराडिया। |
2. | कनकेश्वरी | झांझरा व्यास, बालसूर्या। |
3. | कवलाय | ककेडिया। |
4. | खींवज | गोडवाला, झीजावत। |
5. | ग्वालजा | गरवडिय़ा, देव्या, चन्द्रावत, रायकवाल, कू्ररशील्या, सांवल्या। |
6. | चामुण्डा | कोलर्या, तवक्या, बागड़ा, चांदणा, मंडोवरा जोशी, कुचोर्या, तुगनावत। |
7. | ज्वालामुखी/जालाय | काश्यपा, वद्र्या। |
8. | जाखण | नरोधन्या, नरोधना। |
9. | जीणाय/ जीवण | बागड़ी, नल्या, हरसोर। |
10. | नौसर | नोसार्या। |
11. | ब्रह्माणी | पालर्या, नागौरी, डूख्या, भरूड़। |
12. | बडख़ण | गुदोड्या। |
13. | बड़वासन | बहलाण्या, तड़बा। |
14. | बुंवाल | कोट्या, बोहरा व्यास। |
15. | मुसाय | जयवाल। |
16. | संचाय | जर्या, निबार्चा। |
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