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लक्ष्य निर्धारित कर सम्यकत्व के लिए पुरुषार्थ करेंगे तो मोक्ष का मार्ग मिलेगा- पूज्य श्री अतिशयमुनिजी म.सा.

लक्ष्य निर्धारित कर सम्यकत्व के लिए पुरुषार्थ करेंगे तो मोक्ष का मार्ग मिलेगा- पूज्य श्री अतिशयमुनिजी म.सा. 

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हारे के सहारे आजा भजन लिरिक्स


हारे के सहारे आजा भजन लिरिक्स

हारे के सहारे आजा भजन लिरिक्स

लाख चाहूँ मगर बात बनती नहीं
क्या करू 
नाव भटके मेरी पार लगती नहीं 
क्या करू 
कैसे नैया होगी पार टूट गई पथवार
औ श्याम 
अब हाथ तू आके लगाजा
हारे के सहारे आजा 
तेरा दास पुकारे आजा 
हम तो खड़े तेरे द्वार 
सुनले करुण पुकार
हारे के सहारे आजा 
आओ श्याम आओ श्याम आओ श्याम

कोई सुनता में सुनाऊ किसे 
ये बता
दर्द दिल का भला में दिखाऊ किसे 
ये बता 
तेरे होते मेरी हार कैसे होगी सरकार
औ श्याम 
एक बार तू धीर बँधाजा
हम तो खड़े तेरे द्वार 
सुनले करुण पुकार
हारे के सहारे आजा 
आओ श्याम आओ श्याम आओ श्याम

क्या भजन में तेरे श्याम गाता नहीं 
ये बता
अपने भजनों से में क्या रिझाता नहीं 
ये बता
आऊँ तेरे दरबार करू जय जयकार 
औ श्याम 
फिर कौनसी कमी बतलाजा
हम तो खड़े तेरे द्वार 
सुनले करुण पुकार
हारे के सहारे आजा 
आओ श्याम आओ श्याम आओ श्याम


है भरोशा तेरा अब सहारा तेरा साँवरे 
तेरे चरणों में है अब गुजारा मेरा साँवरे 
गंभीर एक बात आजा लीले पे सवार 
औ श्याम 
आके मोरछड़ी लहराजा
हम तो खड़े तेरे द्वार 
सुनले करुण पुकार
हारे के सहारे आजा 
तेरा दास पुकारे आजा 

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