ये है वो जहाज जिसने लाखों को तारा
णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्व साहूणं
१. अरिहंतों को नमन हमारा, अशुभ कर्म का हनन करें
सिद्धों के सुमिरन से आत्मा सिद्ध क्षेत्र को गमन करे
भव भव में ना हो जनम दोबारा,
मंत्र णमोकार हमें प्राणो से प्यारा…
२. आचार्यों के आचारों से निर्मल निज आचार करें
उपाध्याय को ध्यान धरें, हम संयम का सत्कार करें
सर्व साधू को नमन हमारा,
मंत्र णमोकार हमें प्राणो से प्यारा…
३. सोते उठते, चलते फिरते इसी मंत्र का जाप करें
पाप हमारे तो उनका भी निवारण अपने आप करें
इसी मंत्र का लेलो सहारा,
मंत्र णमोकार हमें प्राणो से प्यारा…
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