पेट दर्द (Stomach Pain) से निजात के लिए जानें आसान घरेलू उपाय

पेट दर्द (Stomach Pain) से निजात के लिए जानें आसान घरेलू उपाय

हमारे शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाला हल्का सा दर्द हमें परेशान कर देता है। जिसमे से एक है पेट दर्द की समस्या, इससे अधिकतर लोग परेशान रहते हैं। पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं। इसलिए हम आपको आज बता रहे हैं ऐसे घरेलू उपाय, जो आपको पेट दर्द की समस्या से राहत दे सकते हैं।

पेट दर्द (Stomach pain) होने के कारण क्या है?

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कब्ज (Constipation)

अगर आपको कब्ज की परेशानी है, तो आप पेट दर्द से बहुत परिचित होंगे। मल त्याग करने की परेशानी को कब्ज कहते हैं। जब आपके शरीर से मल त्याग नहीं होता है, तो आपके मल आपकी बड़ी आंत को प्रभावित करते हैं। आपके पेट का निचला हिस्सा बाहर की तरफ बढ़ सकता है और दर्दनाक सूजन हो सकती है।

कब्ज की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। कब्ज से बचने के लिए, आपको बहुत सारा पानी पीना चाहिए और अपने आहार में बहुत सारे फाइबर होना जरुरी हैं। नियमित व्यायाम भी आपका मल त्याग में मदद कर सकता है।

पेट दर्द का कारणदस्त (Diarrhea)

पेट दर्द गंभीर कारण दस्त भी हो सकता है, जो ढीला और पानी से भरा मल होता है। दस्त होने का मतलब है कि दिन में कम से कम तीन या अधिक बार आपको मलत्याग के लिए जाना पड़ता हैं। तीव्र दस्त होना, एक आम समस्या है जो आमतौर पर 1 या 2 दिनों तक रहती है और कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाती है।

यदि आपका दस्त 2 दिनों से अधिक समय तक रहता है, तो अपने डॉक्टर के जरूर मिलें। यह पेट में इंफेक्शन या अन्य किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। दस्त के कारण डिहाइड्रेशन और आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स का नुकसान हो सकता है। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ पानी का ज्यादा पानी पिएं

गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis)

गैस्ट्रोएंटेराइटिस, जिसे स्टमक फ्लू भी कहा जाता है, जो सामान्य स्थिति है, जिसमें बार बार दस्त और उल्टी होती है। यह आमतौर पर एक जीवाणु या वायरल इंफेक्शन के कारण होता है। कुछ अन्य संकेतों और लक्षणों में बुखार, मतली और सिरदर्द शामिल हो सकते हैं।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण है, तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर मिलें। आपको अपने इंफेक्शन और होने वाले डिहाइड्रेशन का इलाज करने के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट की आवश्यकता हो सकती है।

एपेंडिसाइटिस (Appendicitis)

जब आपके पेट के निचले हिस्से के में दायीं और दर्द होता है (जिसे मॅकबर्नी पॉइंट कहते हैं), तो आपको एपेंडिसाइटिस हो सकता है, जो आपके एपेंडिस की सूजन है। आपका एपेंडिस टिश्यू की एक छोटी थैली होती है जो आपकी बड़ी आंत से निकलती है। आपके शरीर में एपेंडिस का कार्य अभी भी अनजान है। एपेंडिसाइटिस तब होता है जब आपका एपेंडिस मल या किसी बाहरी पदार्थ द्वारा रुक जाता है।

अगर इसका उपचार नहीं किया गया, तो आपका एपेंडिस फट सकता है और आपके शरीर में इंफेक्शन फैल सकता है। ज्यादा पेट दर्द के अलावा कुछ अन्य लक्षण और संकेत, जैसे तेज बुखार, भूख में कमी, मितली और उल्टी भी शामिल हैं। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो जल्द ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


पेट दर्द का कारणयूरिन इंफेक्शन (Urine infection)

यूरिन इंफेक्शन, जिसे मूत्र के संक्रमण कहते हैं। इस बीमारी में पेट में दर्द के साथ-साथ बुखार और पेशाब करते समय दर्द भी हो सकता है। यह आमतौर पर एक बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ये समस्या आम है।

आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए अगर आपको भी यह परेशानी है। इसके इलाज के लिए आपको एंटीबायोटिक दवाइयों के कोर्स की आवश्यकता हो सकती है

अपाचन (Indigestion)

इंडायजेशन की समस्या अक्सर कुछ खाद्य पदार्थों के कारण होती है। इंडायजेशन के दर्द को आमतौर पर आपके पेट के ऊपरी हिस्से में महसूस किया जाता है। इंडायजेशन आमतौर पर ज्यादा वसा वाले खाद्य पदार्थों और ज्यादा भोजन खाने के कारण होता है।

जब आपका पेट आपके भोजन को पचा नहीं सकता है, तो यह कभी-कभी ज्यादा दर्द का कारण बनता है। आपको बार-बार डकार आने जैसा महसूस हो सकता है और आपके मुंह में खट्टा एसिड का स्वाद सकता है। दर्द कुछ घंटों तक रह सकता है और तनाव के साथ बढ़ सकता है|

गैस्ट्रोइसोफेजिअल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)

गैस्ट्रोइसोफेजिअल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) एक ऐसी स्थिति है जो तब होती है जब आपके पेट से भोजन वापस मुंह द्वारा ज्यादा दबाव के साथ बहार आता है। पाचन के दौरान आपके के भोजन को खाने के बाद पेट के एसिड मिक्स हो जाता है।

जब यह फूडपाइप में वापस आता है, तो यह जलन का कारण बनता है। इस दर्द को हार्टबर्न कहा जाता है। आप मसालेदार भोजन, ज्यादा भोजन और ज्यादा वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचकर अपने जीईआरडी को निंयत्रित करने में मदद कर सकते हैं।


गॉलस्टोन्स और किडनी स्टोन्स (Kidney stone)

गॉलस्टोन्स और किडनी स्टोन्स दोनों के कारण पेट दर्द हो सकता है। गॉलस्टोन्स आपके पित्ताशय में बनती है जबकि किडनी स्टोन्स आपके गुर्दे में बनने वाले कठोर कैल्सीफाइड स्टोन्स होते हैं। वे दोनों ज्यादा दर्द का कारण बन सकते हैं। आपका डॉक्टर इन स्टोन्स को तोड़ने के लिए दवा लिख सकता है या शरीर से पथरी निकाल सकते हैं।

पेट दर्द के प्रकार

पेट दर्द एक जगह तक ही सिमित रहने वाला दर्द होता है जो आमतौर पर पेट मे ऐंठन और अकड़न के रूप में सामने आता है।

पेट का स्थानीय दर्द किसी विशेष अंग में समस्या होने के कारण होता है। इसके सबसे सामान्य कारण पेट के अल्सर होते हैं। यदि आपको पेट में ऐंठन महसूस होती है तो यह कब्ज, दस्त, पेट फूलने और सूजन का लक्षण होता है।

यह महिलाओं में मासिक धर्म, गर्भपात या योनि से संबंधित अन्य जटिलताओं से जुड़ा हो सकता है। यह दर्द आता-जाता रहता है और ज्यादातर मामलों में बिना इलाज के अपने आप ठीक भी हो जाता है।

कोलिकी (पेट के दर्द संबंधी) में होने वाले दर्द के लक्षण अधिक तीव्र और गंभीर होते हैं। यह गॉल्स्टोन या किडनी स्टोन के कारण होते हैं। यह दर्द अचानक उत्पन्न होता है और मांसपेशियों में मोच आने जैसे महसूस होता है।

पेट दर्द से निजात के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय

अदरक से होगा पेट दर्द कम

अदरक का सेवन पेट की समस्या से निजात दिलाता है। अदरक में मौजूद तत्व सूजन को कम करने के साथ ही डायजेशन को सही करते हैं। इससे जी मिचलाने या चक्कर आने की समस्या से भी राहत मिलती है। आप अदरक को पानी और शहद के साथ ले सकते हैं। इसे दिन में दो से तीन बार लिया जा सकता है, जिससे पेट दर्द में राहत मिलेगी।

लिक्विड का करें सेवन

स्टमक फ्लू के दौरान खाना खाने का मन बिल्कुल नहीं करता है। इस दौरान उल्टी, पसीना या मोशन के द्वारा पानी का लॉस होता है। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी के साथ ही तरल पदार्थों का सेवन करें

जितना हो सके एनर्जी ड्रिंक्स लें, ये आपके शरीर को एनर्जी देने के साथ पानी की कमी को भी पूरा करेगी। पेट दर्द से निजात पाने के लिए जिंगर पाउडर या जिंजर कैप्सूल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

पेट दर्द का घरेलू उपायपेपरमिंट

स्टमक फ्लू के दौरान कुछ खाने का मन नहीं करता है। ऐसे में पेपरमिंट के प्रयोग से आपके मुख का स्वाद बदलने के साथ ही पेट को राहत राहत मिलेगी। उबकाई से राहत दिलाने के लिए भी मिंट का प्रयोग किया जाता है। मिंट को पानी के साथ उबाल के चाय के रूप में भी लिया जा सकता है।

कैमोमाइल

कैमोमाइल का प्लांट पेट दर्द से राहत दिलाने के लिए अच्छा उपाय है पेट को रिलेक्सेशन देने के साथ ही इसमें एंटी इन्फामेट्री गुण होते हैं। जी मिचलाने, चक्कर आने, उबकाई की समस्या से राहत दिलाने के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं।


दालचीनी और हल्दी

हल्दी बहुत गुणकारी होती है एंटीसेप्टिक गुण के कारण हल्दी का प्रयोग पेट की समस्या से राहत देगा। दालचीनी से पेट के ऐंठन की समस्या सही हो जाती है।

पेट दर्द का घरेलू उपायसेब का सिरका

जी मिचलाने की समस्या को दूर करने के लिए इसे प्रयोग किया जा सकता है।

नींबू का रस

नीबूं के रस को काले नमक के साथ लिया जा सकता है। नींबू को पानी के साथ भी ले सकते है। इससे पेट दर्द में राहत मिलेगी।


कॉफी और एल्कोहल से दूरी

चाय, कॉफी या एल्कोहॉल ऐसे समय में लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। ये पेट की समस्या को बढ़ा देते हैं और पानी की कमी को पूरा भी नहीं करते हैं।

 

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