दुनिया से सहारा क्या लेना
दुनिया से सहारा क्या लेना तेरा एक सहारा काफी हैं,
कुछ कहने की क्या जरूरत हैं, तेरा एक इशारा काफी हैं ॥
धन दौलत का क्या करना हैं,
इन महलो का क्या करना हैं ।
जिंदगानी चार दिनों की हैं,
चरणों में गुजरा काफी हैं ॥
दुनिया से सहारा क्या लेना तेरा एक सहारा काफी हैं ॥
माना दुनिया रंगीन तेरी,
हर चीज बनाई हैं तुने ।
देखु तो क्या क्या देखु प्रभु,
बस तेरा नजारा काफी हैं ॥
दुनिया से सहारा क्या लेना तेरा एक सहारा काफी हैं ॥
वैकुंठ नहीं और स्वर्ग नहीं,
हमें मुक्ति का क्या करना हैं ।
तेरे चरणों मे बस जगह मिले,
बस यही आसरा काफी हैं ॥
दुनिया से सहारा क्या लेना तेरा एक सहारा काफी हैं ॥
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