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आतिशबाजी में आग लगाना नोटों में आग लगाने के समान है

 जोधपुर 8 नवंबर 2020 महावीर भवन निमाज की हवेली

           एक तरफ दीपावली की लक्ष्मी पूजा करते हैं दूसरी तरफ आतिशबाजी करके लक्ष्मी में आग लगाते हैं इससे बड़ा लक्ष्मी का अपमान और और कुछ नहीं हो सकता उक्त विचार राष्ट्रीय संत कमलमुनि कमलेश ने महावीर भवन निमाज की हवेली में संबोधित करते कहा कि आतिशबाजी में आग लगाना नोटों में आग लगाने के समान है

         उन्होंने कहा कि सामान्य जनता भुखमरी बीमारी और मौत से जूझती रहे और हम पटाखे के के  में पैसे उड़ाए इससे बड़ी संवेदनहीनता और कोई नहीं हो सकती

          मुनि कमलेश ने कहा कि पर्यावरण आर्थिक ता और  स्वास्थ्य का अत्यंत खतरनाक दुश्मन आतिशबाजी हे

          राष्ट्रसंत ने कहा कि आतिशबाजी से पर्वों का कोई संबंध नहीं है दीपावली ही नहीं 31 दिसंबर अथवा चुनाव जीतने पर ब्याव शादी में भी आतिशबाजी करना घोर अन्याय है प्रकृति के साथ

            जैन संत ने कहा कि आतिशबाजी में लगने वाले पैसे को गरीबों की सेवा में लगा कर उनके चेहरे पर खुशी लाना यह पर्व की सार्थकता है

           भगवान महावीर के निर्वाण महोत्सव पर तीन दिवसीय 12 नवंबर से 14 नवंबर तक सामूहिक तेला तप की आराधना का का आयोजन श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ महावीर भवन की ओर से आयोजित किया जा रहा है

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