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लक्ष्य निर्धारित कर सम्यकत्व के लिए पुरुषार्थ करेंगे तो मोक्ष का मार्ग मिलेगा- पूज्य श्री अतिशयमुनिजी म.सा.

लक्ष्य निर्धारित कर सम्यकत्व के लिए पुरुषार्थ करेंगे तो मोक्ष का मार्ग मिलेगा- पूज्य श्री अतिशयमुनिजी म.सा. 

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80 उपवास पूर्ण किए

 अहो जिनशासनम ! 

संपूर्ण विश्व में , भगवान महावीर के तप धर्म के संदेश को फैलाते हुए,जैन शासन में तप धर्म का डंका बजाते हुए, तपस्वी सम्राट. प.पू आचार्यदेव श्रीमद् विजय हंसरत्नसूरीश्वरजी  म.सा. ने देव गुरु की असीम कृपा के साथ कल  दिनांक : 10 September 2020 को , सुखशाता पूर्वक 80 उपवास पूर्ण किए है !

Jainnews.in

वर्तमान गच्छाधिपति प्रशांत मूर्ति प.पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजय राजेंद्रसूरीश्वरजी महाराजा और  प. पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजय वरबोधीसूरीश्वरजी महाराजा के शुभ आशीर्वाद के साथ  इस यात्रा को जारी रखते हुए आज ही के दिन दिनांक 11 September 2020 को, 

तपस्वी सम्राट ने  अगले 16 उपवास के पच्छखाण राजप्रतीबोधक प. पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजय रत्नसुंदरसूरीश्वरजी महाराजा के  श्रीमुख से लिए है।

।। अदभुत शासन प्रभावना करते हुए गुरुदेव की यह तप की यात्रा मंगलमय रूप से चलती रहे ।।

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