Navkar japne se sare sukh milte hai
नवकार जपने से सारे सुख मिलते है
नवकार जपने से सारे सुख मिलते है
तर्ज- क्या खुब लगती हो……
नवकार जपने से सारे सुख मिलते है,
जीवन मे,तन मन के,सब दु:ख मिटते है|
मन उपवन मे खुशियो के, सारे फूल खिलते है| नवकार ||
अडसठअक्षर है इसके,हा इसके,
जो ध्याता है दु:ख टल जाते उसके,हा टल जाते उसके,
परमेष्ठी पाच है पावन , हा पावन ,
नवपद जी à¤ी पवित्र है, मनà¤ावन,हा मन à¤ावन|
जाप जपो ,जपते रहो,बन्धन कटते है|| नवकार||
पापो से बचकर रहना,हा रहना,हा रहना ,
दु:ख आये तो हसते हसते सहना,हा सहना,
नवकार करेगा रक्षा,हा रक्षा,हा रक्षा,
ये अरिहन्त है प्रसन्नता का का नक्शा|
जाप जपो, जपते रहो,बन्धन कटते है |नवकार||
जब कोई हमसे रुठे ,हा रुठे ,
दिल टूटे ओर रिश्ता कोई छूटे,
मन मे ना उदासी लाना , ना लाना ,ना लाना ,
परमेष्ठी से दील का नाता,लगाना,हा लगाना |
जाप जपो, जपते रहो ,बन्धन कटते है| नवकार||
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