shravak ke vachan vyavhaar niyam श्रावक का वचन व्यवहार नियम



श्रावक का वचन व्यवहार 🙏

श्रमणोपासक का वचन - व्यवहार उत्तम प्रकार का होता है इसके आठ नियम इस प्रकार हैं :
1 . श्रावकजी थोड़ा ( कम ) बोलें।


2 . श्रावकजी आवश्यकता होने पर बोलें।
3 . श्रावकजी मीठा बोलें।
4 . श्रावकजी चतुराईपूर्वक ( अवसर के अनुसार ) बोलें।
5 . श्रावकजी अहंकाररहित वचन बोलें।
6 . श्रावकजी मर्म खोलने वाले ( एवं आघातजनक ) वचन नहीं बोलें।
7 . श्रावकजी सूत्र सिद्धांत के न्याययुक्त बोलें।
8 . श्रावकजी सभी जीवों के लिए हितकारक साताकारी वचन बोलें।

चतुराईपूर्वक मतलब माया सहित नही होता है। दोहरी बाते करना भी चतुराई नही कहलाता।

No comments:

Post a Comment