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खाना पकाते व खाते समय इन बातो का रखे ध्यान , नही आयेगी अन्न – धन की कमी :-
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खाना पकाते व खाते समय इन बातो का रखे ध्यान , नही आयेगी अन्न – धन की कमी :-
चलिए जानते हैं कुछ खास बातों को, जिनका पालन खाना पकाते और खाते वक्त करना चाहिए
1. अग्नि देव का आह्वान
वास्तु शास्त्र कहता है कि जब रसोई में खाना पकाया जाए तो सबसे पहले अग्निदेव को आहूति देनी चाहिए। इसलिए किचन में खाना पकाते वक्त एक चावल के दाने के बराबर अन्न निकाल कर उसे अग्नि को समर्पित करने से अग्निदेव और मां अन्न पूर्णा सदैव रसोई पर कृपा बरसाते हैं।
2. भोजन से पहले धन्यवाद
भोजन करने से पहले ईश्वर को धन्यवाद देना चाहिए और जलदेवता को भी धन्यवाद करना चाहिए। इस मंत्र के जरिए दरअसल भोजन करने वाला ईश्वर को भोजन देने के लिए धन्यवाद करता है । ये मंत्र इस प्रकार है –
ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै।तेजस्विनावधीतमस्तु। मा विद्विषावहै ॥ ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति::
3. सीधे हाथ से करें भोजन
कोशिश करनी चाहिए कि भोजन हाथ से किया जाए और वो भी सीधे हाथ से। वास्तु कहता है कि जो लोग खब्बू यानी लैफ्टी होते हैं, उन्हें छोड़कर जो लोग उल्टे हाथ से भोजन करते हैं, वो दुर्भाग्य को न्योता देते हैं।
3. पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुंह करके लें भोजन
भोजन करते वक्त दिशा का ध्यान रखना चाहिए। हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके ही भोजन करना चाहिए क्योंकि यह देव दिशा कहलाती है।
4. भोजन करते वक्त ना करें कलह
भोजन करते वक्त कलह या क्लेश करने से बचना चाहिए। ऐसा करने पर मां अन्नपूर्णा का अपमान होता है और ऐसा लगातार करने पर अन्न की देवी रूठती है जिससे घर में अन्न और धन दोनों की कमी होने लगती है।
5. भोजन की थाली में ना धोएं हाथ
कुछ लोग खाना खाने के बाद उसी थाली में जूठे हाथ धो लेते हैं। इसे ज्योतिष में बहुत गलत बताया गया है। अन्न की थाली में कभी जूठे हाथ नहीं धोने चाहिए। भोजन करने के बाद पहले उठकर हाथ धोएं और फिर साफ हाथों से थाली उठाकर थुलने के लिए रखनी
6. रात को ना छोड़ें जूठे बर्तन
रसोई घर में रात को सिंक वगैरा में जूठे और गंदे बर्तन नहीं छोड़ने चाहिए। ऐसा करने से दुर्भाग्य आता है और अन्न पूर्णा देवी नाराज हो जाती है। रात को ही बर्तन साफ करके सोने से घर में हमेशा अन्न और धन की बरकत बनी रहती है।
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