उल्टी-दस्त की बीमारी के घरेलु उपचार
उल्टी और दस्त की बीमारी को डायरिया भी कहा जाता है! सुनने में तो यह एक आम बीमारी सी लगती है परन्तु डायरिया के कारण भारत वर्ष में हर साल कई बच्चो की मृत्यु हो जाती है! जहा एक तरफ भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किये है! वही दूसरी और हर साल लाखो बच्चे डायरिया जैसी बीमारी के कारण अपनी जान गवा देते है! यह एक विचार करने वाली बात है की मात्र जानकारी के अभाव में हर साल लाखो बच्चे सिर्फ उल्टी और दस्त लगने से अपनी जान गवां रहे है!
भारत जैसे विशाल देश में सही जानकारी सभी लोगो तक नहीं पहुंच पाती और इसके कारण कई लोगो अपनी जान गवानी पड़ती है!
उल्टी और दस्त (डायरिया) के कारण
1) ऐसे खाद्य पदार्थ खाने से जिनसे आपक एलर्जी हो जैसे की कई लोगो को दूध और उससे बनी चीज़े खाने से पेट ख़राब हो जाता है!
2) किसी दवाई के रिएक्शन कर जाने से भी डायरिया हो जाता है!
3) वायरस, बक्टेरिया या फिर किसी परजीवी के कारण डायरिया हो जाता है!
4) एक्यूट डायरिया मुख्य्तः रोटा वायरस के कारण होता है!
बच्चो में डायरिया के लक्षण
1) रोते समय बच्चो के आंसू न निकलना!
2) 3 घंटे से ज्यादा के अंतराल पर बच्चे द्वारा यूरीनेट (पेशाब) न करना!
3) मुँह सुख जाना!
4) त्वचा का सुखना!
5) आँखों का सिकुड जाना!
6) आलस आना और बच्चे का चिड़चिड़ा हो जाना!
अगर ये निम्न में से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत बच्चे को किसी विशेषज्ञ को दिखाए
1) 24 घंटे से ज्यादा डायरिया की बीमारी होने पर
2) तेज बुखार होने पर
3) बच्चे की पॉटी में खून आने पर
बड़ो में डायरीया के लक्षण
1) बार बार गाला सुखना
2) बेहोशी आना
3) तेजी से साँस लेना
4) त्वचा का सुखना
डायरिया हो जाने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है और स्थिति बिगड़ जाये तो मरीज को अस्पताल में भी भर्ती कराया जाता है जहा उसे ग्लूकोस दिया जाता है और बाकि उपचार किया जाता है!
डायरिया से बचने के कुछ आसान और मूल्यवान तरीके निम्न है
उल्टी-दस्त की बीमारी के घरेलु उपचार
1) खाना कहते समय हाथो को अच्छे से धोये
2) गन्दी जगह या फिर गन्दा अथवा दूषित खाना खाने से परहेज करे
3) गंदगी से दूर रहे
4) खुले में शौच न करे
5) खाने और पानी को देख कर रखे
6) खाना बनाते वक़्त साफ़ सफाई का ध्यान रखे
7) अगर उल्टी दस्त की समस्या हो जाए तो ओआरएस का घोल पिए
उल्टी को दूर करने के कुछ घरेलु उपाय
पहला उपाय
निम्बू का शरबत या सोडे का पानी लेने से या फिर तुलसी के पत्तो के 2 से 10 मिलीलीटर रस को उतनी ही मिश्री या फिर शहद के साथ पीने से लाभ होता है!
दूसरा उपाय
प्याज़ का 2 से 10 मिलीलीटर रस पिलाने से उल्टी-दस्त में लाभ होता है!
तीसरा उपाय
धनिया पत्ती या फिर अनार का रस थोड़ी थोड़ी देर के अंतर में पीने से उल्टी दस्त बंद हो जाते है!
दस्त होने पर कौन से घरेलु नुस्खे या फिर उपाय करे
पहला उपाय
1 से 2 ग्राम सोंठ का पाउडर 2 से 10 ग्राम शहद के साथ देने से दस्त एवं उल्टी में लाभ होता है!
दूसरा उपाय
तुलसी के पंचांग (जड़, पट्टी, डाली,मंजरी, बीज ) का काढ़ा देने से या फिर प्याज़, अदरक और पुदीने प्रत्येक के 2 से 5 मिलीलीटर रस में 1 से 2 ग्राम नमक मिलाकर देने से दस्त में लाभ मिलता है
तीसरा प्रयोग
दस्त के रोगी की नाभि में बड़ का दूध य फिर अदरक का रस भर देने से लाभ होता है
चौथा प्रयोग
आम की गुठली की गिरी क 4 से 5 ग्राम चूर्ण शहद के साथ देने से लाभ होता है
पांचवा उपाय
सोंफ और जीरा को समान मात्रा में मिलाकर तवे पर अच्छे से भून ले और बारीक़ पीसकर 3-3 ग्राम दिन में 2 से 3 बार पानी के साथ ले! दस्त बंद करने में यह लाभदायक होगा!
छठा उपाय
कैसे भी तेज दस्त हो जामुन के पेड़ की पत्तियाँ (न तो ज्यादा पकी हुई और न ही ज्यादा कोमल ) लेकर पीस ले! उसमे जरा सा सेंधा नमक मिलाकर उसकी गोली बना ले एक-एक गोली सुबह शाम पानी के साथ लेने से दस्त बंद हो जाते है!
खुनी दस्त होने पर घबराये नहीं और ये तरीके अपनाये
पहला उपाय
एक-एक तोला (12 gram) इन्द्र्जो एवं अनार की छाल का काढ़ा बनाकर शहद के साथ पीने से खुनी दस्त में लाभ होता है!
दूसरा उपाय
अनार का रस पिए!
तीसरा उपाय
खुनी दस्त हो जाने पर तुलसी के बीज बहुत ही उपयोगी होते है! 10 से 20 ग्राम बीज कूटकर रात को मिट्टी के बर्तन में छ गुना पानी में भिगोये! सुबह उसमे जीरा और शक्कर मिलाकर उस पानी को पीने से खुनी दस्त में लाभ मिलता है!
फीकी दही के साथ तुलसी के बीज का चूर्ण लेने से भी मल के साथ खून आना बंद हो जाता है!
तीसरा उपाय
एक कप गन्ने के रस में आधा कप अनार का रस मिलाकर सुबह शाम पिने से मल में रक्त आना ख़त्म हो जाता है!
अतिसार होने पर क्या घरेलू उपाय करे
पहला उपाय
हरड़, सोंठ एवं सोंफ प्रत्येक को बराबर मात्रा में मिलाकर फिर तवे पर सेंक कर 3 से 6 ग्राम चूर्ण लेने से अतिसार का शूल मिटता है!
दूसरा उपाय
आम की गुठली को छाछ अथवा चावल के मांड में पीसकर लेने से आम अतिसार में लाभ होता है!
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