इम्युनिटी कैसे बढ़ाये | रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय

इम्युनिटी कैसे बढ़ाये | रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय

आमतौर पर भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण व्यक्ति अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाता है जिसके कारण व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है।

इस कारणवश व्यक्ति आमतौर पर आसानी से बीमार पड़ने लगता है या कमजोर महसूस करता है अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है तो व्यक्ति को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

इसलिए हमें इम्यूनिटी के बारे में संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है और आज हम इस आर्टिकल में पढ़ेंगें की इम्यूनिटी क्या है, इम्यूनिटी कम होने से क्या होता है, हम इम्यूनिटी को किस तरीके से बढ़ा सकते हैं, और इस आर्टिकल में हमने विस्तार पूर्वक जानकारी दी है कि कोई व्यक्ति अपनी इम्यूनिटी किस तरीके से बढ़ा सकता है।

इम्यूनिटी क्या है - What is Immunity in Hindi

इम्यूनिटी का मतलब होता है हमारे शरीर की वह क्षमता या वह ताकत जो अलग-अलग प्रकार की बीमारियों, वायरस और बैक्टीरिया से लड़ती है और हमें किसी भी प्रकार की बीमारी  नहीं होने देती है। 

इम्यूनिटी का शाब्दिक अर्थ होता है हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता

अगर किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है तो वह व्यक्ति जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगता है और एक बार बीमार होने के बाद उस व्यक्ति को ठीक होने में काफी समय लगता है। जिस व्यक्ति की इम्यूनिटी मजबूत होती है वह जल्दी ठीक हो जाता है।इम्यूनिटी हर व्यक्ति की अलग अलग होती है यह व्यक्ति के स्वास्थ्य और मजबूत पाचन तंत्र पर निर्भर करती है। मजबूत इम्यूनिटी से सिर्फ बीमारियों से ही बचाव नहीं होता बल्कि इससे हमारे शरीर की कार्य क्षमता भी बढ़ जाती है और हम सभी कार्यों को उचित रूप से और सही ढंग से कर पाते हैं।


इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) कैसे बढ़ाए - How to increase Immunity in Hindi

Immunity kaise badhaye

हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मुख्य रूप से हमारी जीवन शैली पर निर्भर करती है कि हम किस तरीके का भोजन खाते हैं, हमारा रहन-सहन किस प्रकार का है क्या हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं, क्या हम ऐसे क्रियाकलाप करते हैं जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े? और काफी कुछ। 

यहां हमने कुछ क्रियाकलापों के बारे में जानकारी दी है जिनके बारे में कई रिसर्च करने के बाद डॉक्टरों ने यह सिद्ध किया है कि यह सभी क्रियाकलाप करने से इम्युनिटी बढ़ती है।

संपूर्ण नींद लेना

संपूर्ण नींद और इम्यूनिटी का गहरा संबंध है।

यहां तक कि अगर व्यक्ति अच्छी और संपूर्ण नींद नहीं लेता है तो इससे व्यक्ति के बीमार होने की संभावना ज्यादा हो जाती है।

एक रिसर्च के अनुसार

(164 लोगों पर एक रिसर्च की गई जिसमें 164 वयस्कों में से जो लोग 6 घंटे से कम सोते थे उन्हें खांसी, जुखाम जैसी बीमारी आसानी से हो जाती थीं उन लोगों की तुलना में जो 6 घंटे से ज्यादा की नींद लिया करते थे)

संपूर्ण और स्वस्थ नींद लेने से प्राकृतिक रूप से इम्युनिटी बढ़ती है। जब हम बीमार पड़ते हैं तब अच्छी नींद लेने से हमारे इम्यून सिस्टम को ताकत मिलती है जिससे हमारा शरीर बीमारियों से लड़ पाता है।

  • वयस्कों को कम से कम 7 घंटे की संपूर्ण नींद लेनी चाहिए 
  • बच्चों को 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए 
  • बहुत छोटे बच्चों को कम से कम 14 घंटे की नींद लेनी चाहिए।

अगर आपको किसी भी प्रकार की नींद से संबंधित दिक्कत आ रही हो जैसे नींद ना आना तो आप इससे बचने के लिए टीवी और कंप्यूटर आदि उपकरणों के सामने ज्यादा देर तक ना बैठे और सोने से एक घंटा पहले इन उपकरणों का प्रयोग बिल्कुल ना करें। उपकरणों का प्रयोग करने से ये हमारे शरीर के निद्रा चक्र में बाधा उत्पन्न करते हैं।

इतना सब करने के बाद भी अगर आपको ढंग से नींद नहीं आ रही है तो आप अपने कमरे की लाइट बंद करके सो सकते हैं या आप एक स्लिप मास्क का प्रयोग भी कर सकते हैं।

हरी सब्जियों और फलों का अधिक सेवन करें

ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन करें जिनमें अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियां, फल और बीज आदि हो। यह सभी पोषक होते हैं और इनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और किसी भी रोग को होने से हमें बचाते हैं।

इन सभी तथ्यों में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करने में मदद करते हैं चाहे सूजन कितनी भी लंबे समय से हो 

यह पोषक तत्व हृदय से जुड़ी बीमारियां, अल्जाइमर और कुछ प्रकार के कैंसर के इलाज के लिए भी उपयोग में लाई जाती हैं।

और इन सब्जियों और फलों में जो फाइबर होते हैं वे सूक्ष्मजीव जैसे बैक्टीरिया आदि से हमारे जिगर की सुरक्षा करते हैं । 

फल और सब्जियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जैसे विटामिन सी जो खांसी जुकाम आदि छोटी-मोटी बीमारियों को ठीक करने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।

अधिक और स्वस्थ वसा खाए

जैतून की तेल और और अन्य सामान्य में पाए जाने वाला स्वस्थ वसा सूजन को कम करने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है।

इसके साथ-साथ ही कुछ अन्य स्थितियां जैसे स्ट्रेस और चोट को कम करने में भी बात करता है।

जैतून के तेल मैं बहुत अच्छी मात्रा में anti-inflammatory प्रॉपर्टीज होती हैं जो बीमारियों और दीर्घकालीन बीमारियों जैसे हृदय संबंधी रोग टाइप 2 डायबिटीज को कम करने में मदद करता है इसके साथ-साथ इसमें कुछ प्रॉपर्टीज भी होती है जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले हार्मफुल बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करती हैं।

खाने में शुगर की मात्रा को कम करें

कई रिसर्चो में पता चला है कि रिफाइंड शुगर हमारे शरीर को मोटा बनाती है और मोटे होने के कारण हमारे बीमार होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

एक रिसर्च में 1000 लोगों को लिया गया और उनमें से कुछ को सामान्य शुगर खाने को दिया गया और कुछ को शुगर में थोड़ा बहुत कटौती करके दिया गया और देखा गया कि किसकी इम्यूनिटी ज्यादा है। तो पाया गया कि जो लोग कम मात्रा में शुगर का सेवन करते हैं उनकी इम्यूनिटी 10% से 20% ज्यादा होती है उन लोगों की तुलना में जो अधिक मात्रा में शुगर का सेवन करते हैं।

खाद्य सामग्री में शुगर की मात्रा को कम करने से सूजन कम होती है और शरीर का वजन भी कम होता है इसके साथ-साथ हदय घात होने की संभावना भी बहुत कम हो जाती है, टाइप 2 डायबिटीज और हृदय संबंधी बीमारियां होने की भी संभावना कम हो जाती हैं।

रिसर्च में ऐसा पाया गया है कि मोटापा, टाइप टू डायबिटीज और हृदय संबंधित बीमारियां हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती हैं लेकिन अगर हम अपने खाने में शुगर की मात्रा पर नियंत्रण रखें तो हम इन सभी बीमारियों से बच सकते हैं।

हल्का-फुल्का एक्सरसाइज या व्यायाम करते रहना

जैसा कि हम जानते हैं कि बहुत अधिक ज्यादा कड़ी एक्सरसाइज करने से हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम अच्छा हो जाता है परंतु हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से भी हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम काफी अच्छा हो जाता है।

कई रिसर्च और स्टडीज में पाया गया है कि जो लोग हल्की फुल्की एक्सरसाइज करते रहते हैं उनका इम्यून सिस्टम सामान्य लोगों के मुकाबले काफी अच्छा होता है।

रोज हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से हम बीमारियों की जड़ को खत्म कर सकते हैं और यह हमारे इम्यून सिस्टम को भी काफी मजबूत करने में मदद करता है।

हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे 

  • जोगिंग करना 
  • साइकिल चलाना 
  • भागना 
  • स्विमिंग करना 
  • नाचना।

एक स्वस्थ और अच्छी इम्यूनिटी पाने के लिए हर व्यक्ति को रोज कम से कम 20 से 25 मिनट तक लगातार दौड़ना चाहिए।

शरीर में पानी की मात्रा कम ना होने दें

हमेशा थोड़े थोड़े समय अंतराल पर पानी पीते रहे इससे हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होती है हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर की कार्य क्षमता भी बढ़ती है।

हमारे शरीर में ज्यादातर भाग पानी का है इसलिए हमारे शरीर की कार्य क्षमता और इम्यूनिटी में पानी का एक बहुत बड़ा और अहम रोल है अगर हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो इससे हमें कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं जो हमारे लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती हैं शरीर में पानी की कमी होने से हमारे शारीरिक व मानसिक विकास पर तक असर पड़ सकता है।

इसलिए कभी भी शरीर में पानी की कमी ना होने दें थोड़े थोड़े समय में कोई पेय पदार्थ जैसे चाय कॉफी या जूस आदि का सेवन करते रहे इससे हमारे शरीर में स्फूर्ति आती है वह शरीर तंदुरुस्त महसूस करता है।

एक रिसर्च के अनुसार वे लोग जो कम पानी पीते हैं उनके शरीर की इम्यूनिटी और कार्य क्षमता उन लोगों की तुलना में काफी कम होती है जो उचित मात्रा में पानी पीते हैं और शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं।

तनाव को कम करना

दिमाग में काफी अलग-अलग प्रकार के हार्मोन होते हैं जिनकी कमी के कारण व्यक्ति को तनाव हो जाता है और इनकी कमी कई कारणों से हो सकती है जैसे शारीरिक कारण, मानसिक कारण या फिर सामाजिक कारण।

इसका गहरा असर हमारे इम्यून सिस्टम पर पड़ता है और हमारी इम्यूनिटी और पाचन दोनों खराब हो सकते हैं इससे हमारा स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है इसलिए हमें तनाव से बचना चाहिए।

तनाव से बचने के लिए हम काफी कुछ कर सकते हैं जैसे खेल सकते हैं, पार्क में जाकर वॉक कर सकते हैं, दोस्तों से मिल सकते हैं नई-नई एक्टिविटीज कर सकते हैं और ऐसी काफी सारी चीजें हैं जो हमें तनाव से बाहर निकलने में मदद करती हैं।

तनाव से बाहर निकलने के लिए हम दवाइयों का सेवन भी कर सकते हैं इसके साथ-साथ योगा मेडिटेशन और नियमित व्यायाम द्वारा भी तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने यह बताया है कि इम्यूनिटी क्या है, इम्यूनिटी कम होने से क्या होता है, हम इम्यूनिटी को किस तरीके से बढ़ा सकते हैं, और इस आर्टिकल में हमने विस्तार पूर्वक जानकारी दी है कि कोई व्यक्ति अपनी इम्यूनिटी किस तरीके से बढ़ा सकता है।

हमारे शरीर के लिए इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बहुत आवश्यक होती है यह हमें अलग-अलग प्रकार के रोगों से बचाती है अगर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो जाए तो हम बहुत आसानी से बीमार पड़ने लगेंगे और हमें ठीक होने में काफी लंबा समय लगेगा।

मैं आशा करता हूं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपके कोई सुझाव या सवाल है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं हम आपके प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास अवश्य करेंगे।


प्रश्न और उत्तर

इम्यूनिटी क्यों जरूरी है?

इम्यूनिटी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता है जो हमें अलग-अलग प्रकार की बीमारियां होने से बचाती है अगर यह कम हो जाएगी तो हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगेंगे और हमें ठीक होने में भी काफी समय लगेगा।

क्या इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए महंगी महंगी दवाइयां खानी पड़ती हैं?

नहीं ऐसा नहीं है इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपको महंगी महंगी दवाइयां खाने की जरूरत नहीं है आप सरल और संतुलित आहार ग्रहण करें और थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करते रहा करें इससे भी आपकी इम्यूनिटी काफी हद तक बढ़ जाएगी।

इम्यूनिटी और नींद का क्या संबंध है?

अगर हम संपूर्ण और अच्छी नींद नहीं लेंगे तो इसका असर हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ता है। जिसमें हमारी इम्यूनिटी भी शामिल है और संपूर्ण स्वास्थ्य ही अगर ठीक नहीं होगा तो हमें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

क्या योगा करने से इम्यूनिटी बढ़ती है?

हां, अगर हम रोज नियमित रूप से 10 से 15 मिनट तक योगा करते हैं तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी हो जाएगी और हम आसानी से बीमार नहीं पड़ेंगे।

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