Mere sar par sakhdo dada apne yeh dono hath
मेरे सिरपर रखदो दादा
मेरे सिरपर रखदो दादा
मेरे सरपर रखदो दादा,
अपने ये दोनो हाथ |
दादा हमको दिजीये,
जनम जनम का साथ
दादा हमको दीजिये,
जनम जनम का साथ ||ध्रु||
अपने ये दोनो हाथ |
दादा हमको दिजीये,
जनम जनम का साथ
दादा हमको दीजिये,
जनम जनम का साथ ||ध्रु||
सुना है हमने शरनागत को,
अपने गले लगाते हो
एसा हमने क्या मागा जो,
देने से घबराते हो |
चाहे सुख मे रखो या दुख मे
बस थामे रहना हाथ ||१||
अपने गले लगाते हो
एसा हमने क्या मागा जो,
देने से घबराते हो |
चाहे सुख मे रखो या दुख मे
बस थामे रहना हाथ ||१||
गम की आग मे झुलस रहे है,
प्यार की छाया कर दे तु |
बिन मान्झी के नाव चले ना,
अब पतवार पकड ले तु |
मेरा रस्ता रोशन कर दो,
छायी अन्धीयारी रात ||२||
प्यार की छाया कर दे तु |
बिन मान्झी के नाव चले ना,
अब पतवार पकड ले तु |
मेरा रस्ता रोशन कर दो,
छायी अन्धीयारी रात ||२||
बिन गुरु ज्ञान कहा से पाये,
जीवन मे अन्धीयारा है |
सन्त समागम हो जाये तो,
जीवन मे उजीयारा है ||
मेरे पर्श्व प्रभु से मागो
बस इतना आशीर्वाद ||३||
जीवन मे अन्धीयारा है |
सन्त समागम हो जाये तो,
जीवन मे उजीयारा है ||
मेरे पर्श्व प्रभु से मागो
बस इतना आशीर्वाद ||३||
No comments:
Post a Comment